शारारती लड़का ( दुस्थ गथ’ - Naughty Boy)

 

पाठ-25 (page-40)

_______________________________________________________________________

शारारती लड़का ( दुस्थ गथ’ - Naughty Boy)




(हिन्दी में)

       नदी के किनारे आम का पेड़ था। उस पर आम लगे थे। वहीं पास के गाँव में एक लड़का रहता था। उसका नाम दीपक था। एक दिन वह पाठशाला नहीं गया। वह पेड़ पर चढ़ने लगा। उसका पैर फिसल गया। लड़का नदी में जा गिरा। उसे तैरना नहीं आता था। वह पानी में डुबकियाँ खाने लगा। 

(in english)

There was a mango tree on the banks of the river. There were mangoes on it. There lived a boy in a nearby village. His name was Deepak. One day he did not go to school. He started climbing the tree. His leg slipped. The boy fell into the river. He could not swim. He started eating dips in water.

(बरआव)

(( दैमानि सेराव थायजौनि बिफां दंमोन। बेवहाय थायजौ फिथाइ थायदोंमोन। बेयावनो खाथिनि गामियाव सासे गथ दंमोन। बिनि मुङा दीपक मोन। सानसेखालि बियो फरायसालियाव थाङासै। बियो बिफांनि सायाव गाखोनो हमनायसै। बिनि आयथिङा फिस्लायनायसै। गथआ दैमायाव गोग्लैहैनायनायसै। बियो सानस्रिनो रोङामोन। बियो दैयाव गबनो हमनायसै।))

      उसी समय एक लड़का, जिसका नाम दिनकर था, पाठशाला जा रहा था । उसने दीपक को नदी में डूबते देखा । दिनकर तैरना जानता था । उसने झट से नदी में छलाँग लगा दी । दिनकर दीपक को पकड़कर किनारे ले आया । इस तरह दीपक की जान बची । 



At the same time, a boy, named Dinkar, was going to school. He saw Deepak drowning in the river. Dinkar knew how to swim. He quickly jumped into the river. Dinkar grabbed the lamp and brought it to shore. In this way Deepak's life was saved.

(( बे समावनो सासे गथ, जायनि मुङा दिनकर मोन, फरायसालियाव थांबाय दंमोन।य। / बे समावनो दिनकर मुंनि सासे गथआ फरायसालियाव थांबाय दंमोन।) बियो दीपकखौ दैमायाव गबनाय नुबाय। दिनकर आ सानस्रिनो रोंखायोमोन। बियो गोख्रै दैमायाव बारज्रुम हरनायसै। दिनकरआ दीपकखौ हमनानै दैनि सेराव लाबोनायसै। बेबादिनो दीपकनि जिउआ रैखा मोनो।))

      पाठशाला में गुरु जी को पता चला। उन्होंने सब विद्यार्थियों के सामने दिनकर को इनाम दिया। दीपक ने प्रण किया कि अब वह कोई शरारत नहीं करेगा। 



Guru ji came to know in the school. He rewarded Dinkar in front of all the students. Deepak vowed that now he would not do any mischief.

(( फरायसालियाव फोरोंगिरिया मोन्थिहैनायनायसै। बिथाङा गासैबो फरायसाफोरनि सिगाङाव दिनकरनो बान्था होनायसै। दीपकआ समाइ लाबायदि – बियो दा जेबो दुस्थ खालामला होननानै।))

_______________________________________________________________________

 

शब्द और अर्थ :

झट – जल्दी ( गोख्रै )

प्रण- प्रतिज्ञा ( समाइ )

विद्यार्थी - पढ़ने वाले बच्चे ( फरायसा )

_______________________________________________________________________

 

अभ्यास

(क) नदी के किनारे किसका पेड़ था?

उत्तर :- नदी के किनारे आम का पेड़ था।

(ख) दीपक नदी में कैसे गिर गया?

उत्तर :- दीपक नदी में पैर फिसल कर गिर गया।

(ग) दीपक की जान किसने बचाई?

उत्तर :- दीपक की जान दिनकर ने बचाई

(घ) दीपक ने क्या प्रण किया?

उत्तर :- दीपक ने क्या प्रण किया कि वह अब कई शरारत नहीं करेगा।

_______________________________________________________________________

खाली स्थान भरो :

(क) नदी के किनारे ________ का पेड़ था।  (शीशम-आम)

उत्तर :- नदी के किनारे आम  का पेड़ था।

(ख) उसका ___________ फिसल गया।  (हाथ-पैर)

उत्तर :- उसका पैर  फिसल गया।

(ग) वह अब कोई ________ नहीं करेगा।  (हरकत-शरारत)

उत्तर :- वह अब कोई शरारत  नहीं करेगा।

_______________________________________________________________________

Post a Comment

please do not enter any spam link in thr comment box.

Previous Post Next Post